मेरी होली का हर साल तुम
चंदा की चांदनी तुम
सूरज की रौशनी तुम
बरखा की हरियाली तुम
भोर की लाली तुम
होली का रंग लाल तुम
मेरी होली का हर साल तुम
पूर्णिमा का उजियारा तुम
नदिया का किनारा तुम
मेरे काव्य का श्रृंगार तुम
जीवन में ठंडी बयार तुम
इश्वर का कमाल तुम
मेरी होली का हर साल तुम
रंगो की बरसात तुम
सबसे प्यारी बात तुम
जीवन का अभिसार तुम
मेरा सारा संसार तुम
होली का गुलाल तुम
मेरी होली का हर साल तुम
चंदा की चांदनी तुम
सूरज की रौशनी तुम
बरखा की हरियाली तुम
भोर की लाली तुम
होली का रंग लाल तुम
मेरी होली का हर साल तुम
पूर्णिमा का उजियारा तुम
नदिया का किनारा तुम
मेरे काव्य का श्रृंगार तुम
जीवन में ठंडी बयार तुम
इश्वर का कमाल तुम
मेरी होली का हर साल तुम
रंगो की बरसात तुम
सबसे प्यारी बात तुम
जीवन का अभिसार तुम
मेरा सारा संसार तुम
होली का गुलाल तुम
मेरी होली का हर साल तुम
1 comments:
वाह ॥सब तुम ही तुम ... अच्छी प्रस्तुति
Post a Comment