तेरा मेरा वो बचपन लगता है
जैसे कल की ही तो बात थी
जब तुने जन्म लिया था
और मैंने पिता जी से
तुझे लगभग छीन लिया था
और मेरे बस्ते में पिछले रक्षाबंधन
से सहेज कर रखी हुई राखी
मैंने जिद कर के तेरे नन्हे हाथो से
मेरी कलाई पर बंधवाई थी
लगता है जैसे कल ही की तो वो बात थी
जब मै तेरे लिए
घोडा बन जाता था
और पूरे घर में तुझे
पीठ पर बैठा कर घुमाता था
राखी पर तुझे नई फ्रोक
दिलाने को गुल्लक
में महीनो पहले से रूपये बचाता था
लगता है जैसे कल ही की तो वो बात थी
जब हम मिल कर
शरारत किया करते थे
और किसी एक के पकडे जाने पर
दुसरे का नाम कभी
ना लिया करते थे
लगता है जैसे कल ही की तो वो बात थी
जब शरारतो से तंग
आ कर पिता जी के आदेश पर
मेरा खाना बंद हो जाता था
और मेरे भूखे होने पर
रोना तुझे आता था
लगता है जैसे कल ही की तो वो बात थी
जब मुझे भूखे रहने की
सजा मिलने पर तू
खुद खाना नहीं खाती थी
और अपने हिस्से का खाना
ला कर अपने हाथो
से मुझे खिलाती थी
लगता है जैसे कल ही की तो वो बात थी
जब हम एक दुसरे से
हर छोटी बात पर लड़ा करते थे
मै तेरी छोटी खींचा करता था
और तू मुझे पीठ पर
मार कर भाग जाया करती थी
लगता है जैसे कल ही की तो वो बात थी
जब मेरे लिखे उन प्रेमपत्रो
को तू छुप कर पढ़ आया करती थी
और फिर सबके सामने होने पर
उन पत्रों के संदर्भ से मुझे चिढाया करती थी
लगता है जैसे कल की ही तो वो बात थी
जब मेरे प्रेम पत्र मोहल्ले
की उस लड़की को देते हुए
तू उसे भाभी कह कर चिढाती थी
और पत्र पहुँचाने के बदले
तुम हम दोनों से
ढेरो चोकलेट पाती थी
लगता है जैसे कल की ही तो वो बात थी
जब मेरे हर इमतिहान में
तू रात भर मुझे जगाती थी
और अपने हाथो से चाय बना बना कर
रात भर मुझे पिलाती थी
और मेरे अच्छे नम्बर लाने पर
तू खुद की तारीफे करवाती थी
लगता है जैसे कल की ही तो वो बात थी
जब मेरी तबियत बिगड जाने पर
तू माँ बन जाया करती थी
और अपने हाथो से
जबरन दवा खिलाया करती थी
लगता है जैसे कल की ही तो बात है
जब तू बेटी की तरह मुझ पर
अपना हर हक दिखाया करती थी
और तेरी हर तकलीफ
सबसे पहले मुझे सुनाया करती थी
लगता है जैसे कल की ही तो वो बात थी
जब मेरा हर राज तुझे पता था
और एक सच्चे दोस्त की तरह
वो तेरे मन की गहराइयों
में ही दबा पड़ा था
अब लगता है जैसे कल की ही तो वो बात है
जब मेरे घर की ये बुलबुल
किसी और के घर में चाह्चाहयेगी
मेरे आंगन की ये खुशबु
किसी और के घर को महकायेगी
डोली में बैठ कर
तू जल्द ही तेरे घर चली जायेगी
तुझसे जो छूटेंगे सब रिश्ते
मेरी भी तो माँ, बेटी , दोस्त और बहन
मुझसे दूर चली जायेगी
भूल ना जाना तू अपने भैया को
तेरी याद हमेशा मुझे आयेगी