दिल करता है मै प्यार लिखूं
तेरे मेरे बीच का करार लिखूं
देश में भ्रष्टाचार की खुली छूट देख कर
देश के कर्णधारों की खुली लूट देख कर
जनता नाम के आगे वोट बैंक देख कर
घूंस खोरो की रोज बढती रैंक देख कर
सडको पर मासूम हाथों में भीख देख कर
होटलों में बच्चों को मिलती चीख देख कर
हर रोज रोटी के बढते दाम देख कर
हर रोज नए घोटाले का नाम देख कर
आम इंसान की आवाज को दबाता देख कर
गरीब तमाचा नेता के गाल पर आता देख कर
चुनावों मे प्रत्याशी पर लगे आरोप देख कर
सिस्टम से मिटती जाती होप देख कर
विद्रोह की आवाज मजहब में बटते देख कर
युवाओं की देश बनाने की चाहत घटते देख कर
विदेशियों के लिए देश पर आघात देख कर
देश के हर दिन बिगड़ते हालात देख कर
मेरा दिल धूं धूं कर के जलता है
मेरे लहू का हर कतरा उबलता है
देश के ऐसे नाजुक हालातों में,
जब लिखना है मुझको ये कड़वी सच्चाई
तो कैसे बस तेरे मेरे बीच का करार लिखूं
मै भला कैसे प्यार लिखूं
मै भला कैसे प्यार लिखूं
1 comments:
बहुत सुन्दर शब्दचित्र!
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