सभी प्रलय प्रलय कर रहे थे तो, इस मजाक को सुन कर थोडा मस्ती के मूड मे था इस लिए ये शब्द निकल कर आ गए, कृपया मस्ती के साथ पढ़े और मस्त हों जाएँ
टीवी पर प्रलय की खबर देख कर,
बीवी बोली सुनो जी प्रलय आने वाली है.
हम बोले आने दो,
हमारा क्या बिगाड़ पाएगी.
वो बोली
आप ऐसे मुगालते मे क्यों है.
हम बोले जो पिछले कई सालो से
कभी शोपिंग और कभी छुट्टी
और कभी फिल्म के नाम पर
जितना तुमने हमारा नुक्सान कराया
प्रलय तो उससे कम ही नुक्सान पहूंचायेगी
ये सुन कर पत्नी गुस्से से बोली
अब हम नुक्सान नही कराएँगे
तथा कई कामो से भी
पीछे हट जायेंगे
वो बोली
अब कल से जब
तुम्हे सुबह कि चाय और
शाम कि पकौडिया नहीं मिलेंगी,
गन्दी कमीजे और
पतलूने जब नहीं धुलेंगी,
जब रुमाल और बटुआ
जगह पर नहीं पाओगे,
और जब दफ्तर बिना
खाने के डब्बे के जाओगे
तब बीवी के गुस्से से आता है महाप्रलय
ये तुम भली भाँती समझ जाओगे
हम बोले भाग्यवान यही तो हमारा भी कहना है
जिसके घर मे खुद महा प्रलय का निवास हों
उसे छोटी मोटी प्रलय कैसे डराएंगी
और उसका क्या नुक्सान कर पायेगी
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