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Saturday, April 23, 2011

मोहब्बत तो आज भी करता हूँ

मोहब्बत तो आज भी करता हूँ
मै तुम्हे उतनी ही लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है की अब
मै मेरी मोहब्बत बतलाता नहीं हूँ

इन्तेजार करता हूँ मै आज भी
हर रोज उस सडक पर तुम्हारा लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है छुपा होता हूँ
इसलिए तुम्हे नजर आता नहीं हूँ

खरीदता हूँ लाल गुलाबो का गुलदस्ता
आज भी हर रोज लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है की वो गुलदस्ता
तुम्हे दे पाता नहीं हूँ

जाता हूँ आज भी हर शाम काफ़ीहाउस में
खुशनुमा वक्त बिताने को लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है की पहले की तरह
अब तुम्हे बुलाता नहीं हूँ

देता हूँ आज भी केपेचिनो और स्ट्राबेरी शेक
का आर्डर हर रोज लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है की पहले की तरह
तुम्हारे स्ट्राबेरी शेक पर मेरा हक दिखाता नहीं हूँ

जाता अभी भी हूँ लॉन्ग ड्राइव पर
हर हफ्ते लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है की पहले की तरह
तुम्हारी स्कूटी पर बैठ कर पीछे से तुम्हे गुदगुदाता नहीं हूँ


आरजू आज भी हूँ तुम्हारे नर्म हाथो को पकड़
कर गुलाबी गाली को चूम लेना लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है की अब मै
ऐसा करने का अधिकार पाता नहीं हूँ

चाहता आज भी हूँ तुम्हारी जुल्फों की
छाँव में थक कर सो जाना लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है की अब वह तक पहुँचने
का कोई रास्ता ढूंढ पाता नहीं हूँ

तडपता आज भी हूँ तुम्हे
बाहों में भर लेने को लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है की अब मै मेरी बाहें
फैला पाता नहीं हूँ

सुलगती है मेरी आँखे आज भी
तुम्हे किसी और के साथ देख कर लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है के अब
मै मेरी जलन से किसी को जलाता नहीं हूँ


शर्मिदा आज भी हूँ मै
मेरी गलतियों से लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है की अब पहले की तरह
माफ़ी मांग पाता नहीं हूँ

ख्वाहिश आज भी है मेरे दिल में
प्यार का इजहार कर देने की लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है की अब
तुमसे नजरे मिला पाता नहीं हूँ

मोहब्बत तो आज भी करता हूँ
मै तुम्हे उतनी ही लेकिन
फर्क सिर्फ इतना है की अब
मै मेरी मोहब्बत बतलाता नहीं हूँ

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